
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा चल रही है। आयोग द्वारा इस शिक्षक भर्ती परीक्षा में काफी सतर्कता अपनाया जा रहा है। आयोग ने राज्य भर के सभी जिले के डीएम को सख्त निर्देश दे रखे हैं, कि वह अपने जिले में मौजूद सभी परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखें। लेकिन इतनी सख्ती के बाद भी परीक्षा के दूसरे दिन भी कई जगह से फर्जी अभ्यर्थी धराए हैं, जो दूसरे के बदले स्कॉलर के रूप में परीक्षा देने आए थे। ताजा मामला मुजफ्फरपुर जिले से है।
मुजफ्फरपुर जिले के नितिश्वर महाविद्यालय (परीक्षा केंद्र) में एक और फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया जो दूसरे की जगह बैठकर परीक्षा दे रहा है।
बायोमेट्रिक जांच के समय पकड़ा गया
मुजफ्फरपुर से जो फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा गया उसका नाम राजीव कुमार है, जो अभिषेक कुमार की जगह परीक्षा देने आए थे। जानकारी के मुताबिक फर्जी परीक्षार्थी रोहतास के राजापुर का रहने वाला है। जब उनकी जांच बायोमेट्रिक पद्धति से होने लगा तो उसका असली रंग सामने आया। बायोमेट्रिक जांच के साथ-साथ अन्य दस्तावेजों के मिलान से जब यह कंफर्म हो गया कि यह फर्जी अभ्यर्थी है, तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसे अपने हिरासत में लिया
मौके पर पहुंची मिठनापुर थाना की पुलिस के अनुसार फर्जी अभ्यर्थी को हिरासत में लेकर थाना ले जाया गया है, जहां उनसे जरूरी पूछताछ की जा रही है।
वह इस मामले को लेकर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. मनोज कुमार सिंह ने बताया कि – बायोमेट्रिक जांच के दौरान फर्जी कैंडिडेट का खुलासा हुआ। जब इस अभ्यर्थी पर शक गहराया तो परीक्षा में तैनात परीक्षा कर्मी ने उनसे अन्य दस्तावेजों की सत्यापन करने को कहा। बायोमेट्रिक जांच और अन्य दस्तावेजों के जांच से में पाया गया कि यह एक फर्जी अभ्यर्थी है, जो किसी दूसरे के बदले परीक्षा देने आया है। जिसके बाद परीक्षा में तैनात मजिस्ट्रेट के द्वारा इसकी सूचना स्थानीय थाना को दिया गया।
इसी कॉलेज से पहले दिन भी पकड़ाया था फर्जी परीक्षार्थी
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के नितिश्वर कॉलेज (परीक्षा केंद्र) से शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले दिन भी एक नकली अभ्यर्थी पकड़ाया था। पहले दिन परीक्षा धराने वाले फर्जी अभ्यर्थी का नाम प्रभात उर्फ रविकांत बताया गया, जो अपने पड़ोसी रंजन के बदले परीक्षा देने आया था। वह भी बायोमेट्रिक जांच के दौरान ही पकड़ा गया जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। स्थानीय पुलिस के द्वारा पूछताछ के दौरान उन्होंने कबूला कि – दूसरे के बदले परीक्षा में बैठने के लिए उससे 2 लाख 65 हजार में बात हुई थी। अब दूसरे दिन भी इसी कॉलेज से एक और फर्जी कैंडिडेट पकड़ा गया, जो किसी दूसरे के बदले परीक्षा देने आया था
पहले दिन 8 नकली अभ्यर्थी धराया
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के पहले दिन ही अलग-अलग जगह से 8 फर्जी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया। इसमें कोई दूसरे के बदले नकली अभ्यर्थी बनकर परीक्षा केंद्र में आ पहुंचे तो कोई इलेक्ट्रॉनिक सामग्री के साथ परीक्षा देने पहुंचे थे। आयोग के मुताबिक जो अलग-अलग जगह से 8 नकली छात्र को पकड़ा गया, उसमें 4 तो सिर्फ पूर्णिया से धराए।