
राजस्थान की भाजपा सरकार ने हाल ही में अपने राज्य में एक बड़ा फैसला लिया है। राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा की सरकार ने राजस्थान पुलिस सेवा में OBC को आयु में मिलने वाली 5 साल की छूट को समाप्त कर दिया है। राजस्थान के सरकार के इस फैसले से राज्य के एक बड़ा वर्ग जो ओबीसी समुदाय के अंतर्गत आता है, प्रभावित होंगे। सरकार के इस फैसले से राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। लोग सरकार के इस कदम की जमकर आलोचना भी कर रहे हैं।
राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज मीणा ने सरकार के इस रवैया की आलोचना करते हुए कहा कि – यह आदेश राज्य के ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखने वाले छात्रों के साथ कुठाराघात है। हम CM से निवेदन करते हैं कि सरकार छात्र हित को ध्यान में रखते हुए इस आदेश को कैंसिल करें।
कांग्रेस ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया

भजनलाल शर्मा सरकार के इस फैसले से जहां राज्य के ओबीसी समुदाय ने अपनी नाराजगी दिखाई, वहीं राज्य के मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी इसकी कड़ी आलोचना की और सरकार के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। राज्य के दिग्गज कांग्रेस नेता हरीश चौधरी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सरकार पर इस फैसले की निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर भजनलाल शर्मा सरकार के आदेश की फोटो को शेयर करते हुए लिखा कि – राजस्थान पुलिस सेवा में ओबीसी वर्ग को आयु में मिलने वाले 5 वर्ष की शिथिलता के नियम को खत्म कर सरकार ने एक बार फिर अपनी राजशाही सोच को दर्शाया है। क्या अब भी हम चुप रहे? नहीं, नहीं, नहीं! सरकार के हर अन्याय के विरुद्ध हम सड़क से लेकर सदन तक संगठित होकर लड़ाई लड़ेंगे
16 अप्रैल 2021 से लागू होंगे सरकार के नए आदेश

आपको बता दें कि राजस्थान पुलिस सेवा (संशोधन) नियम – 2024 के संबंध में कार्मिक विभाग के जॉइंट सेक्रेटरी दिनेश कुमार शर्मा की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि – पुलिस सर्विस (सेवा) में ओबीसी वर्ग को अधिकतम आयु सीमा में मिलने वाली 5 वर्ष की छूट के आदेश को 16 अप्रैल 2021 से निरस्त कर दिया गया है।
कौन है हरीश चौधरी?
आपको बता दें कि हरीश चौधरी कांग्रेस के नेता के साथ-साथ दिग्गज जाट नेता भी है। हरीश चौधरी आए दिन अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। राजस्थान के साथ-साथ पूरा देश भर में पिछड़ा वर्ग के हक और अधिकार के लिए अपनी आवाज बुलंद करते रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने राजस्थान विधानसभा में ठाकुर का कुआं कविता पढ़कर बीजेपी पर निशाना साधा था। हरीश के इस कविता के बाद काफी विवाद भी हुआ। हरीश चौधरी ओबीसी आरक्षण को लेकर काफी मुखरता से आवाज उठाते रहे हैं। इतना ही नहीं इन्होंने अपनी सरकार के समय भी ओबीसी के आरक्षण के संबंधित तमाम मुद्दे को उठाते रहे।