बिरसा मुंडा : भेड़ चराने वाले बालक से लेकर धरती आबा बनने तक की कहानी।

Birsa Munda: The story from a sheep herder to becoming Dharti Aaba.

लेकिन अफसोस की बात यह है कि उन वीर सपूतों में भी सभी को समान जगह नहीं मिल सका। आपसे जब भी कोई स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पूछते होंगे तो आपके जहन में किन लोगों का नाम आता है? अधिकतर लोगों के मन में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में चंद्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक आदि का नाम आता है। क्योंकि हम लोगों को बस इन्हीं के बारे में पढ़ाया गया है। पर ऐसे कई शूरवीर हैं जिन्हें इतिहास के पन्नों से दफन कर दिया, जबकि आजादी की लड़ाई में उनका भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने भी अंग्रेजों से आजादी के लिए लड़ते हुए अपनी शहादत दे दी। लेकिन उन्हें वह जगह सिर्फ इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि वह निचली जाति से आते थे।

शहीद उधम सिंह के बलिदान को इतिहास में वह जगह क्यों नहीं मिल पाया जो औरों को मिला?

Why did the sacrifice of Shaheed Udham Singh not get the place in history that others got?

यूं तो अगस्त का महीना को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि इसी महीने के 15 तारीख को हमारा देश सैकड़ो साल के गुलामी की दास्तां से मुक्त हुए थे। आपको बता दें कि एक लंबी लड़ाई और संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद … Read more

बाल गंगाधर तिलक पुण्यतिथि : आधुनिक भारत में तिलक के विचार कितने प्रासंगिक है?

Bal Gangadhar Tilak Death Anniversary: ​​How relevant are Tilak's ideas in modern India?

वही बाल गंगाधर तिलक ने महिला शिक्षा का पूरी क्षमता के साथ विरोध किया उन्होंने 1881 से 1920 के बीच जगह-जगह जाकर और कार्यक्रम करके महिला शिक्षा का पुरजोर विरोध किया था महिला शिक्षा के विरोध में बाल गंगाधर तिलक लिखते हैं कि– “महिलाएं कमजोर होती है और संतति को बढ़ाना ही उसका काम होता है। इसलिए उसको शिक्षित करने से उनको पीड़ा होगी। क्योंकि आधुनिक शिक्षा को समझना उनके शक्ति से बाहर की बात है।” तिलक ने यह बात अपने अखबार मराठा में 31 अगस्त 1884 में प्रकाशित किया था।

दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के लिए एक रास्ता

A Pathway for the World's Most Populous Nation

चूंकि वैश्विक जनसंख्या दशक के अंत तक 8.5 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। इसलिए दुनिया असंतुलित जनसंख्या वितरण और विषम आयु संरचना का सामना कर रही है। यह जनसांख्यिकीय बदलाव राष्ट्रों के लिए अद्वितीय चुनौतियां और अवसर प्रस्तुत करता है। विशेष रूप से भारत के लिए, जो हाल ही में चीन को पीछे छोड़कर … Read more

भारत की जनसंख्या : यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य की अनिवार्यता

World Population Day

भारत, जिसकी वर्तमान जनसंख्या 1.4 बिलियन है, दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देशों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, यह जनसंख्या 2064 तक लगभग 1.7 बिलियन तक पहुँचने का अनुमान है, जो 2100 तक लगभग 1.53 बिलियन पर स्थिर हो जाएगी। इन चौंका देने वाले आँकड़ों के बावजूद, डेटा जनसंख्या … Read more

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