बाल गंगाधर तिलक पुण्यतिथि : आधुनिक भारत में तिलक के विचार कितने प्रासंगिक है?
वही बाल गंगाधर तिलक ने महिला शिक्षा का पूरी क्षमता के साथ विरोध किया उन्होंने 1881 से 1920 के बीच जगह-जगह जाकर और कार्यक्रम करके महिला शिक्षा का पुरजोर विरोध किया था महिला शिक्षा के विरोध में बाल गंगाधर तिलक लिखते हैं कि– “महिलाएं कमजोर होती है और संतति को बढ़ाना ही उसका काम होता है। इसलिए उसको शिक्षित करने से उनको पीड़ा होगी। क्योंकि आधुनिक शिक्षा को समझना उनके शक्ति से बाहर की बात है।” तिलक ने यह बात अपने अखबार मराठा में 31 अगस्त 1884 में प्रकाशित किया था।