डीएमके नेता ए राजा ने अनुसूचित जाति के आरक्षण में क्रीमीलेयर के प्रावधान वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की

DMK leader A Raja expressed his displeasure over the Supreme Court's decision on the provision of creamy layer in reservation for Scheduled Castes

द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) ने फैसले पर आपत्ति जताई इसी बीच एक और राजनीतिक पार्टी ने अदालत के इस फैसले पर अपना असहमति जताई। डीएमके सांसद ए राजा ने लोकसभा में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि – “दलित समुदाय में इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि सर्वोच्च … Read more

अनुसूचित जातियों को उप-वर्गीकृत करने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला

Supreme Court's decision to sub-classify Scheduled Castes

न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी ने अपनी असहमति में तर्क दिया कि एससी समुदाय को एक समरूप समूह के रूप में माना जाना चाहिए और राज्य को एससी की राष्ट्रपति सूची में छेड़छाड़ करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एससी के लिए आरक्षण प्रावधानों में कोई भी बदलाव केवल राष्ट्रपति की अधिसूचना के माध्यम से किया जाना चाहिए, उन्होंने राजनीतिक कारणों से राज्यों के हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी। इस मामले में ई.वी. चिन्नैया के फैसले पर फिर से विचार किया गया, जिसने निष्कर्ष निकाला था कि सभी एससी समुदाय, सदियों से बहिष्कार से पीड़ित होने के कारण एक समरूप वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे आगे विभाजित नहीं किया जा सकता है।

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